जो अब तक न किया
जो अब तक न किया,
वो अब करेंगे।
जो अब भी नहीं-
तो कब करेंगे!
तुमने बहुत ही किया तंग,
हड़काया, नहीं बदला तुमने ढंग।
हा-हा खाते फिरोगे-
वो अब ढब करेंगे।
मित्र तुम्हारा नाम चीन,
न करेगा कुछ होगा बलहीन।
संयुक्त हिन्द से पीओके-
को अब करेंगे।
चलना छोड़ो टेढ़ी चाल,
आतंकवाद की लेना ढाल।
वर्ना मुआफ़ न हम अब-
तुमको करेंगे।
जयन्ती प्रसाद शर्मा