जोड़ ले दिल से तार होली का
जोड़ ले दिल से तार होली का
है अलग ही खुमार होली का
रंग बिखरा के आज कुदरत भी
रूप देती सँवार होली का
प्यार का रंग छा गया मन पर
खत्म अब इंतज़ार होली का
मिटते सब भेद भाव होली में
बाँटना प्यार,सार होली का
भीग तन मन गये सभी के अब
बरसा जी भर के प्यार होली का
प्यार के रंग से खिला चेहरा
लोग समझे निखार होली का
खुद को पहचान हम नहीं पाये
हो गये जब शिकार होली का
‘अर्चना’ रोक ले तू पिचकारी
भूत सर से उतार होली का
05-03-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद