जोरू का गुलाम एक सजा
***** जोरू के गुलाम की सजा ******
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जब मजाक में लड़के ने खिल्ली उड़ाई
मंगेतर को सगाई टूटने की खबर सुनाई
लड़की के हाथ पैर फुल कर हुए सुन्न
मरे मन से घरवालों को बात यह बताई
अभिभावकों ने सुनकर खो दिया आपा
लड़के को सीख सीखाने की युक्ति बनाई
वकील का दलील हेतु ले कर के सहारा
आपाधापी में कॉर्ट की कुंडी खड़काई
नोटिस दे कर लड़के को कठघरे बुलाया
वकील ने जज को सारी कहानी सुनाई
जब जज ने सख्ताई से फटकार लगाई
लड़के के पसीने छूटे एवं नानी याद आई
दलील में कहा मैंने तो किया था मजाक
मंगेतर को अजमाने की युक्ति थी बनाई
उसका ऐसा कोई भी नहीं था ऐसा ईरादा
जीवन भर साथ निभाने की बात सुनाई
जज ने सुन के दलीले सुनाया ये फरमान
लिखित में गलती मानने की सजा सुनाई
जोरू के गुलाम का देना होगा शपथपत्र
यही बात 108 बार स्टांप पर लिखवाई
मंगेतर की आँखों में नई चमक थी आई
भावी पति से लिखित में माफी मंगवाई
जब जाकर जज द्वारा किया गया बचाव
शादी पूर्व जोरू गुलाम बन सगाई बचाई
सुखविन्द्र देता है भावी पतियों को सीख
जोरू गुलाम की रिहर्सल तरकीब सुझाई
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)