Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओनिका सेतिया 'अनु '
209 Followers
Follow
Report this post
17 Jul 2022 · 1 min read
अपना घर
चाहिए बस एक घर ,
जो अपना हो ।
ना हो कोई बेकद्र इंसान उसमें ,
बेशक जीवन हमारा तन्हा हो ।
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
Like
Share
136 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
धरती की पुकार
Onika Setia "Anu"
You may also like:
Let us converse with ourselves a new this day,
अमित
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ओंकार मिश्र
जलजला, जलजला, जलजला आयेगा
gurudeenverma198
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -183 के दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यादों के संसार की,
sushil sarna
"इक अल्फ़ाज़"
Dr. Kishan tandon kranti
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
Ravi Prakash
कभी भी व्यस्तता कहकर ,
DrLakshman Jha Parimal
क्रिकेटी हार
Sanjay ' शून्य'
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सुनो पहाड़ की...!!! (भाग - ९)
Kanchan Khanna
बेनाम जिन्दगी थी फिर क्यूँ नाम दे दिया।
Rajesh Tiwari
Success rule
Naresh Kumar Jangir
#मूल_दोहा-
*प्रणय*
How do you want to be loved?
पूर्वार्थ
जुआं उन जोखिमों का कुंआ है जिसमे युधिष्ठिर अपना सर्वस्व हार
Rj Anand Prajapati
जो न चाहे दिल वही अपनाना पड़ता है यहाॅं
Manoj Mahato
हाल- ए- दिल
Dr fauzia Naseem shad
नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
3790.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मधुशाला में लोग मदहोश नजर क्यों आते हैं
कवि दीपक बवेजा
कहते है चेहरे में मुस्कान ,
Yogendra Chaturwedi
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
मदर्स डे
Satish Srijan
महापुरुषों की सीख
Dr. Pradeep Kumar Sharma
स्वाभिमान
Shyam Sundar Subramanian
दिल हर रोज़
हिमांशु Kulshrestha
*बिरहा की रात*
Pushpraj Anant
अल्फाज़.......दिल के
Neeraj Agarwal
Loading...