जेहनी क़ातिल
तुम ज़ेवर जिसे समझते हो,
ज़ंजीर है वह!
तुम्हारे जेहनी कातिलों की
तामीर है वह!
साथी भगतसिंह ने देखा था
फांसी पर जो!
क्या उसी हसीन ख़्वाब की
ताबीर है वह!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायरी #बहुजनशायर
#इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता
तुम ज़ेवर जिसे समझते हो,
ज़ंजीर है वह!
तुम्हारे जेहनी कातिलों की
तामीर है वह!
साथी भगतसिंह ने देखा था
फांसी पर जो!
क्या उसी हसीन ख़्वाब की
ताबीर है वह!!
Shekhar Chandra Mitra
#अवामीशायरी #बहुजनशायर
#इंकलाबीशायरी #चुनावीकविता