* जुल्म तब तक सहन करते रहो *
जुल्म तब तक
सहन करते रहो
जब तक आप में
क्षमता ना आ जाये
क्षमता आने पर
जुल्म करने वाले और
सहयोग करने वालों को
खत्म कर दो ।।
मधुप बैरागी