नारी के बिना जीवन, में प्यार नहीं होगा।
सोचा ना था ऐसे भी जमाने होंगे
सांस
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
हमेशा एक स्त्री उम्र से नहीं
*गाफिल स्वामी बंधु हैं, कुंडलिया-मर्मज्ञ (कुंडलिया)*
राह नहीं मंजिल नहीं बस अनजाना सफर है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
नव दुर्गा का ब़म्हचारणी स्वरूप
ज़िंदगी में वो भी इम्तिहान आता है,
कोई दुनिया में कहीं भी मेरा, नहीं लगता
रखी हुई है अनमोल निशानी, इक सुन्दर दुनिया की,
" बढ़ चले देखो सयाने "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
सावन आने को है लेकिन दिल को लगता है पतझड़ की आहट है ।