जुदाई
कहीं दूर से
आती हुई
आवाज़ तो होगी।
आज भी तू
मेरे ग़म से
नाशाद तो होगी।
जो बात हुई
हममें
तुझे याद तो होगी।
तेरे अनछुए
होंठों पर
फ़रियाद तो होगी।
Shekhar Chandra Mitra
कहीं दूर से
आती हुई
आवाज़ तो होगी।
आज भी तू
मेरे ग़म से
नाशाद तो होगी।
जो बात हुई
हममें
तुझे याद तो होगी।
तेरे अनछुए
होंठों पर
फ़रियाद तो होगी।
Shekhar Chandra Mitra