Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2019 · 1 min read

जुगुनू जैसा है प्रकाश बस,

जुगनू जैसा है प्रकाश बस,
मिटा न तिल भर भी अँधियारा ,
गर्व बढाया मन में इतना,
सूरज को तुमने ललकारा।
यह गर्वोक्ति न ले लो मन में,
तुम्हीं बड़े हो सारे जग में,
यहाँ किसी ने भी नापी थी,
सारी धरती को इक पग में।
इसीलिये तुमसे कहता हूँ,
बाँट सको बाँटो उजयारा।
अंहकार ही था रावण को,
स्वर्ग नसेनी लगवाउगा,
मैं त्रैलोक्य जीत कर पल में,
विजय पताका फहराउगा।
वह रावण भी नहीं रह सका,
सागर तो अब भी है खारा।
बहुत बड़ा हूँ सागर ने जब,
अंहकार मन में उपजाया,
ऋषि अगस्त ने एक घूँट में,
सोख लिया, उसको समझाया।

जग में ऐसे बहुत लोग हैं ,
जिनने बदली युग की धारा।
मृत्यु जीतने के ही भ्रम में,
छै पुत्रों को जिसने मारे,
नहीं सफल हो पाया फिर भी,
वह विपत्ति को कैसे टारे।
नहीं कंस रह पाया जग में,
और कृष्ण ने उसे पछाड़ा।
परोपकार का भाव रहे तो,
हो जाये ज्योर्तिमय यह जग,
अंधकार हो दूर जगत से,
रहे प्रकाशित अब सारा जग।
सूरज ने तम को हरने हित,
जलना ही उसने स्वीकारा।
इसीलिये तुमसे कहता हूँ
बाँट सको बांटो उजयारा |

Language: Hindi
Tag: गीत
193 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पीड़ादायक होता है
पीड़ादायक होता है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
माँ दुर्गा मुझे अपना सहारा दो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नेता जी
नेता जी "गीतिका"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मैं  ज़्यादा  बोलती  हूँ  तुम भड़क जाते हो !
मैं ज़्यादा बोलती हूँ तुम भड़क जाते हो !
Neelofar Khan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"अब भी"
Dr. Kishan tandon kranti
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
हिन्दी दोहा बिषय-जगत
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
I hope you find someone who never makes you question your ow
I hope you find someone who never makes you question your ow
पूर्वार्थ
लपवून गुलाब देणारा व्यक्ती आता सगळ्यांसमोर आपल्या साठी गजरा
लपवून गुलाब देणारा व्यक्ती आता सगळ्यांसमोर आपल्या साठी गजरा
Kanchan Alok Malu
*अभी भी शादियों में खर्च, सबकी प्राथमिकता है (मुक्तक)*
*अभी भी शादियों में खर्च, सबकी प्राथमिकता है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Confession
Confession
Vedha Singh
अस्तित्व पर अपने अधिकार
अस्तित्व पर अपने अधिकार
Dr fauzia Naseem shad
NEW88bet
NEW88bet
new88betus1
सरस्वती वंदना-3
सरस्वती वंदना-3
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
🙅आज का मत🙅
🙅आज का मत🙅
*प्रणय*
सतत् प्रयासों से करें,
सतत् प्रयासों से करें,
sushil sarna
"Multi Personality Disorder"
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"प्यासा"के गजल
Vijay kumar Pandey
4282.💐 *पूर्णिका* 💐
4282.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सत्य की खोज अधूरी है
सत्य की खोज अधूरी है
VINOD CHAUHAN
उम्र ज्यादा नहीं है,
उम्र ज्यादा नहीं है,
Umender kumar
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
दो रुपए की चीज के लेते हैं हम बीस
महेश चन्द्र त्रिपाठी
वक़्त की पहचान🙏
वक़्त की पहचान🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सत्य बोलना,
सत्य बोलना,
Buddha Prakash
विकल्प
विकल्प
Shashi Mahajan
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी।
चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
तन्हाई से सीखा मैंने
तन्हाई से सीखा मैंने
Mohan Pandey
मार मुदई के रे... 2
मार मुदई के रे... 2
जय लगन कुमार हैप्पी
Loading...