जी करता है
जी करता है
कुछ अल्फ़ाज़ लिख दूँ तुम पर
सारी अदाओं को तेरी
एक ही अशआर में रच दूँ तुम पर
ये तेरी आंखों की मस्ती
शोखी तेरे यौवन की
चंद लफ्जों में बयां कर दूँ
तेरे रूप की चमक
बयान करें ऐसा कुछ लिख दूँ तुम पर
हिमांशु Kulshrestha
जी करता है
कुछ अल्फ़ाज़ लिख दूँ तुम पर
सारी अदाओं को तेरी
एक ही अशआर में रच दूँ तुम पर
ये तेरी आंखों की मस्ती
शोखी तेरे यौवन की
चंद लफ्जों में बयां कर दूँ
तेरे रूप की चमक
बयान करें ऐसा कुछ लिख दूँ तुम पर
हिमांशु Kulshrestha