Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2024 · 1 min read

जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से

जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से जीवित रहना।
RJ Anand Prajapati

117 Views

You may also like these posts

नादानी में बड़ा फायदा
नादानी में बड़ा फायदा
ओनिका सेतिया 'अनु '
"अर्धांगिनी"
Dr. Kishan tandon kranti
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मन मेरे बासंती हो जा
मन मेरे बासंती हो जा
संतोष बरमैया जय
होता है ईमान हर इंसान में
होता है ईमान हर इंसान में
gurudeenverma198
*अब सब दोस्त, गम छिपाने लगे हैं*
*अब सब दोस्त, गम छिपाने लगे हैं*
shyamacharan kurmi
जीवन पर
जीवन पर
Dr fauzia Naseem shad
पापा की तो बस यही परिभाषा हैं
पापा की तो बस यही परिभाषा हैं
Dr Manju Saini
मत करना परवाह
मत करना परवाह
surenderpal vaidya
चुन लेना
चुन लेना
Kavita Chouhan
4194💐 *पूर्णिका* 💐
4194💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बदले की चाह और इतिहास की आह बहुत ही खतरनाक होती है। यह दोनों
बदले की चाह और इतिहास की आह बहुत ही खतरनाक होती है। यह दोनों
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
देखो खड़ी ढलान
देखो खड़ी ढलान
RAMESH SHARMA
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
*श्री महेश राही जी (श्रद्धाँजलि/गीतिका)*
Ravi Prakash
***इतना जरूर कहूँगा ****
***इतना जरूर कहूँगा ****
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
*इश्क़ से इश्क़*
*इश्क़ से इश्क़*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
मेरा हमेशा से यह मानना रहा है कि दुनिया में ‌जितना बदलाव हमा
Rituraj shivem verma
गाँव सहमा हुआ आया है जीता
गाँव सहमा हुआ आया है जीता
Arun Prasad
इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है
इस बुझी हुई राख में तमाम राज बाकी है
कवि दीपक बवेजा
सलीका शब्दों में नहीं
सलीका शब्दों में नहीं
उमेश बैरवा
जीवन सरल नही
जीवन सरल नही
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
माँ लक्ष्मी
माँ लक्ष्मी
Bodhisatva kastooriya
किताब
किताब
Sûrëkhâ
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
ruby kumari
बुद्धि सबके पास है, चालाकी करनी है या
बुद्धि सबके पास है, चालाकी करनी है या
Shubham Pandey (S P)
नज़्म
नज़्म
Jai Prakash Srivastav
प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है
प्यार के बदले यहाँ प्यार कहाँ मिलता है
आकाश महेशपुरी
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
हसरतें बहुत हैं इस उदास शाम की
हसरतें बहुत हैं इस उदास शाम की
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
इबादत!
इबादत!
Pradeep Shoree
Loading...