Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Oct 2023 · 1 min read

जीवन

“जिनके यहाँ वृद्ध होते है ll
वे परिवार समृद्ध होते हैं ll

भावनाओं की कद्र करें,
भाव हीन शब्द होते हैं ll

बच्चे बड़े बुजुर्गों से मिलकर,
जीवन के सुर लयबद्ध होते हैं ll

उम्रदराज पेड फल दें या न दें,
धूप में सदैव उपलब्ध होते हैं ll

बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने से,
भाग्य के बुरे लेख रद्द होते हैं ll”

Language: Hindi
122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
।।अथ श्री सत्यनारायण कथा चतुर्थ अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
सत्य छिपकर तू कहां बैठा है।
Taj Mohammad
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
राम का चिंतन
राम का चिंतन
Shashi Mahajan
"शायरा सँग होली"-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
दिल से हमको
दिल से हमको
Dr fauzia Naseem shad
"पहली बार"
Dr. Kishan tandon kranti
चली ये कैसी हवाएं...?
चली ये कैसी हवाएं...?
Priya princess panwar
कथित परिवारवाद-विरोधी पार्टी अब अपने पुछल्ले की हारी हुई बीव
कथित परिवारवाद-विरोधी पार्टी अब अपने पुछल्ले की हारी हुई बीव
*प्रणय*
दुनिया से सीखा
दुनिया से सीखा
Surinder blackpen
जब जब भूलने का दिखावा किया,
जब जब भूलने का दिखावा किया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
रिश्ते-आम कह दूँ क्या?
रिश्ते-आम कह दूँ क्या?
Pratibha Pandey
दरिया का किनारा हूं,
दरिया का किनारा हूं,
Sanjay ' शून्य'
आप काम करते हैं ये महत्वपूर्ण नहीं है, आप काम करने वक्त कितन
आप काम करते हैं ये महत्वपूर्ण नहीं है, आप काम करने वक्त कितन
Ravikesh Jha
3502.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3502.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
जाति-धर्म
जाति-धर्म
लक्ष्मी सिंह
*मिलिए उनसे जो गए, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
*मिलिए उनसे जो गए, तीर्थ अयोध्या धाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
तुम्हारे दीदार की तमन्ना
Anis Shah
*कालरात्रि महाकाली
*कालरात्रि महाकाली"*
Shashi kala vyas
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
बचपन की वो बिसरी यादें...!!
पंकज परिंदा
CompTIA Network+ Certification Training
CompTIA Network+ Certification Training
rojarani
ഋതുമതി
ഋതുമതി
Heera S
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
shabina. Naaz
कुछ लिखूँ.....!!!
कुछ लिखूँ.....!!!
Kanchan Khanna
कुछ प्रेम उत्सव नहीं मना पाते
कुछ प्रेम उत्सव नहीं मना पाते
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दोस्त
दोस्त
Neeraj Agarwal
धुएं के जद में समाया सारा शहर पूछता है,
धुएं के जद में समाया सारा शहर पूछता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
Loading...