जीवन
जिसको मन अपना ना सके उसको भी अपनाना पड़ता है,
जीवन की पटरी पर चलने की खातिर साथ निभाना पड़ता है।
दर्द भरे हो जीवन में फिर भी, हर्ष दिखाना पड़ता है,
जीवन में चाहे जितना दर्द हो,
दर्द छुपाना पड़ता।
मृगतृष्णा सा जीवन पाकर भी हर्ष दिखाना पड़ता है,
जीवन की पटरी पर चलने की खातिर साथ निभाना पड़ता है।
जीवन में छन भर के खातिर अक्सर खुशियां मिलने आती हैं,
जीवन में दुख होने पर भी, सबको हंस के दिखाना पड़ता है।
कहीं अंधेरा हो या फिर हो मिलो तब फैली अंधियारी,
सांझ होते ही उजाले की खातिर दीपक जलाना पड़ता है।
सारे पेड़ हटा दो चाहे, वीरा कर दो सारा गुलशन,
कुछ पल की छाया के खातिर पेड़ लगाना पड़ता है।
अपनों से तुम रूठो चाहे, साथ छोड़ दो सबका तुम,
मुश्किल वक्त में हर पल उनको पास बुलाना पड़ता हैं।
जीवन में चाहे जितना दर्द हो दर्द छुपाना पड़ता है,
औरों के खातिर हम को जीवन में हर्ष दिखाना पड़ता है।