जीवन सुंदर गात
साधन से कब आदमी, बनता बड़ा महान।
करके सच्ची साधना, सचमुच श्रेष्ठ सुजान।।1
भवन बना कर के बड़ा, करिये मत अभिमान।
प्रेम भावना हो अगर, मिले मान-सम्मान।।2
उच्चारण आता नहीं, दुख की बात न तात।
उच्च आचरण हो अगर, सही पते की बात।।3
जीवन में यह सत्य है, गिरते बिना प्रयास।
ऊँचा उठना हो अगर, करिये कोशिश खास।।4
कुछ बातें लगती नहीं, हरदम सबको सत्य।
सोच समझ व समय पर, दिखतीं सत्यासत्य।।5
होती है किरदार की, कदर जानिए मित्र।
वैसे कोई भी बड़ा, बनवा सकता चित्र।।6
हों जरूरतें पूर्ण सब, कोशिश करिये आप।
इच्छाएँ कुछ छोड़िये, जीवन सुंदर गात।।7
कौशल