Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Sep 2024 · 1 min read

*जीवन-साथी यदि मधुर मिले, तो घर ही स्वर्ग कहाता है (राधेश्या

जीवन-साथी यदि मधुर मिले, तो घर ही स्वर्ग कहाता है (राधेश्यामी छंद )
_________________________
जीवन-साथी यदि मधुर मिले, तो घर ही स्वर्ग कहाता है
रुखा-सूखा खाकर भी घर, नंदनवन-सा हो जाता है
पत्नी-पति परम भाग्यशाली, जिनके भीतर कुछ बैर नहीं
दुख अगर पास में फटका भी, तो समझो उसकी खैर नहीं

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 61 5451

1 Like · 22 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
काव्य की आत्मा और औचित्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
💐प्रेम कौतुक-563💐
💐प्रेम कौतुक-563💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
हम अपने मुल्क की पहचान को मिटने नहीं देंगे ।
हम अपने मुल्क की पहचान को मिटने नहीं देंगे ।
Phool gufran
तुम अगर साथ हो तो...
तुम अगर साथ हो तो...
TAMANNA BILASPURI
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
कबीर एवं तुलसीदास संतवाणी
Khaimsingh Saini
" बीता समय कहां से लाऊं "
Chunnu Lal Gupta
रोशनी का दरिया
रोशनी का दरिया
Rachana
भारत माता की वंदना
भारत माता की वंदना
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जो  लिखा  है  वही  मिलेगा  हमें ,
जो लिखा है वही मिलेगा हमें ,
Dr fauzia Naseem shad
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
#दुर्दिन_हैं_सन्निकट_तुम्हारे
संजीव शुक्ल 'सचिन'
"ममतामयी मिनीमाता"
Dr. Kishan tandon kranti
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
Sachin Mishra
रोज हमको सताना गलत बात है
रोज हमको सताना गलत बात है
कृष्णकांत गुर्जर
*मतदाता ने दे दिया, टूटा जन-आदेश (कुंडलिया)*
*मतदाता ने दे दिया, टूटा जन-आदेश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
4277.💐 *पूर्णिका* 💐
4277.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
प्रेम जीवन धन गया।
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
परीक्षा है सर पर..!
परीक्षा है सर पर..!
भवेश
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
मर्यादा पुरुषोत्तम राम
Ramji Tiwari
भविष्य को देखने के लिए केवल दृष्टि नहीं गति भी चाहिए! अतीत क
भविष्य को देखने के लिए केवल दृष्टि नहीं गति भी चाहिए! अतीत क
पूर्वार्थ
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
दुखता बहुत है, जब कोई छोड़ के जाता है
Kumar lalit
बात हद  से बढ़ानी नहीं चाहिए
बात हद से बढ़ानी नहीं चाहिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
रोशन है अगर जिंदगी सब पास होते हैं
VINOD CHAUHAN
आजादी की चाहत
आजादी की चाहत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
" मिट्टी के बर्तन "
Pushpraj Anant
यहां ज्यादा की जरूरत नहीं
यहां ज्यादा की जरूरत नहीं
Swami Ganganiya
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी
रात का आलम था और ख़ामोशियों की गूंज थी
N.ksahu0007@writer
उड़ान मंजिल की ओर
उड़ान मंजिल की ओर
नूरफातिमा खातून नूरी
तुमसे मोहब्बत है
तुमसे मोहब्बत है
Dr. Rajeev Jain
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
ग़ज़ल _ धड़कन में बसे रहते ।
Neelofar Khan
जरूरी नहीं ऐसा ही हो तब
जरूरी नहीं ऐसा ही हो तब
gurudeenverma198
Loading...