जीवन सत्य
हुआ प्रस्थान बचपन का हुआ आगाज यौवन का
यहीं प्रारंभ होता है यहीं परिवार-उपवन का।
बुढ़ापे के लिए रखते कमाई मान धन सेवा
यहीं फिर खत्म होता है सभी कुछ खेल जीवन का।
हुआ प्रस्थान बचपन का हुआ आगाज यौवन का
यहीं प्रारंभ होता है यहीं परिवार-उपवन का।
बुढ़ापे के लिए रखते कमाई मान धन सेवा
यहीं फिर खत्म होता है सभी कुछ खेल जीवन का।