जीवन रूपी शिक्षक।
अनचाहे-अंजाने जीवन में चाहे,
कैसी भी मुश्किलें आईं,
हर कदम पर जीवन ने,
एक सीख नई सिखाई,
कहता जीवन की बहते चलो,
जैसे कोई बहता पानी,
तुमसे भी बने इस दुनिया में शायद,
कोई प्रेरणा से पूर्ण कहानी,
पल-पल बदलते जीवन ने बस,
एक बात यही समझाई,
जीवन उसका ही जीवन है जिसने,
हर हाल में निरंतरता पाई,
जीवन रूपी इस शिक्षक को,
शिक्षक दिवस की बधाई।
कवि-अंबर श्रीवास्तव।