Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 May 2024 · 1 min read

जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो।

मुक्तक
(अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर)

जीवन रथ के दो पहिए हैं, एक की शान तुम्हीं तो हो।
इस रथ की धुरी तुम्हीं हो,‌ और रथवान तुम्हीं तो हो।
शक्ति स्वरूपा पार्वती- गौरा, या फिर गंगा बनकर,
भोले शंकर की जय में भी, इक जय गान तुम्हीं तो हो।

……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी

Language: Hindi
100 Views
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

"ओट पर्दे की"
Ekta chitrangini
मेरी मजबूरी को बेवफाई का नाम न दे,
मेरी मजबूरी को बेवफाई का नाम न दे,
Priya princess panwar
माँ मेरी जादूगर थी,
माँ मेरी जादूगर थी,
Shweta Soni
Chào mừng bạn đến với Debet, nhà cái hàng đầu tại Việt Nam,
Chào mừng bạn đến với Debet, nhà cái hàng đầu tại Việt Nam,
debetcomputer
गलतफहमी
गलतफहमी
Sudhir srivastava
तुम आए कि नहीं आए
तुम आए कि नहीं आए
Ghanshyam Poddar
पहचान
पहचान
Mansi Kadam
परिसर
परिसर
पूर्वार्थ
‘ विरोधरस ‘---9. || विरोधरस के आलम्बनों के वाचिक अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---9. || विरोधरस के आलम्बनों के वाचिक अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
2532.पूर्णिका
2532.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
सीता स्वयंवर, सीता सजी स्वयंवर में देख माताएं मन हर्षित हो गई री
सीता स्वयंवर, सीता सजी स्वयंवर में देख माताएं मन हर्षित हो गई री
Dr.sima
*भ्रष्टाचार की पाठशाला (हास्य-व्यंग्य)*
*भ्रष्टाचार की पाठशाला (हास्य-व्यंग्य)*
Ravi Prakash
..
..
*प्रणय*
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
त्यागकर अपने भ्रम ये सारे
इंजी. संजय श्रीवास्तव
रिश्तों में दोस्त बनें
रिश्तों में दोस्त बनें
Sonam Puneet Dubey
#हिरदेपीर भीनी-भीनी
#हिरदेपीर भीनी-भीनी
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
होती नहीं अराधना, सोए सोए यार।
Manoj Mahato
मैंने दी थीं मस्त बहारें हैं
मैंने दी थीं मस्त बहारें हैं
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
कान्हा
कान्हा
Ayushi Verma
साँझ पृष्ठ पर है लिखा,
साँझ पृष्ठ पर है लिखा,
sushil sarna
चांद शेर
चांद शेर
Bodhisatva kastooriya
Vishal Prajapati.
Vishal Prajapati.
Vishal Prajapati
मूक संवेदना🙏
मूक संवेदना🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नवरात्रि पर माता को भोग
नवरात्रि पर माता को भोग
Rajesh Kumar Kaurav
रूबरू न कर
रूबरू न कर
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*....स्कूल की यादें......*
*....स्कूल की यादें......*
Naushaba Suriya
कितनी बेचैनियां
कितनी बेचैनियां
Dr fauzia Naseem shad
छेड़ता है मुझको यशोदा मैया
छेड़ता है मुझको यशोदा मैया
gurudeenverma198
ऐ .. ऐ .. ऐ कविता
ऐ .. ऐ .. ऐ कविता
नेताम आर सी
बस्तर का बोड़ा
बस्तर का बोड़ा
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...