Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Oct 2020 · 1 min read

जीवन रंग

*********जीवन रंग*******
************************

जीवन रंग बहुत रंग दिखाता हैं
कभी हँसाता कभी रूलाता हैं

प्यार रंग तो बहुत जज्बाती है
मनुभावों का दरिया बहाता है

संयोग रंग बहुत आनंदविभोर है
अनुराग अनुभूति भाव बढाता है

वियोग रंग बेभाव पीड़ादायक है
तन मन अंग प्रत्यंग तड़फाता है

बंधुत्व रंग भाईचारे का प्रतीक है
अनन्यता एकतान रस बढाता हैं

ईर्ष्या वैर का रंग बहुत बदरंग है
मनमुटाव अलगाव बढाता है

रंगहीन जीवन होता भावहीन है
रंगभरा जीवन रमणीक होता है

रंगों से जीवन हर्षोल्लासित है
खुशियों की फुहारें लाता है

जीवन रंग बहुत रंग दिखाता है
कभी हँसाता कभी रूलाता है
***********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 192 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
'हक़' और हाकिम
'हक़' और हाकिम
आनन्द मिश्र
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
बदल गया जमाना🌏🙅🌐
डॉ० रोहित कौशिक
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
हिन्दी दोहा- बिषय- कौड़ी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
कुश्ती दंगल
कुश्ती दंगल
मनोज कर्ण
दौर कागजी था पर देर तक खतों में जज्बात महफूज रहते थे, आज उम्
दौर कागजी था पर देर तक खतों में जज्बात महफूज रहते थे, आज उम्
Radhakishan R. Mundhra
करके घर की फ़िक्र तब, पंछी भरे उड़ान
करके घर की फ़िक्र तब, पंछी भरे उड़ान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वादे खिलाफी भी कर,
वादे खिलाफी भी कर,
Mahender Singh
*दुनिया में हों सभी निरोगी, हे प्रभु ऐसा वर दो (गीत)*
*दुनिया में हों सभी निरोगी, हे प्रभु ऐसा वर दो (गीत)*
Ravi Prakash
"इस जगत में"
Dr. Kishan tandon kranti
सौ बार मरता है
सौ बार मरता है
sushil sarna
पितृ दिवस की शुभकामनाएं
पितृ दिवस की शुभकामनाएं
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
*शब्द*
*शब्द*
Sûrëkhâ Rãthí
वृक्ष धरा की धरोहर है
वृक्ष धरा की धरोहर है
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गीत मौसम का
गीत मौसम का
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
रिश्ते वक्त से पनपते है और संवाद से पकते है पर आज कल ना रिश्
पूर्वार्थ
आता एक बार फिर से तो
आता एक बार फिर से तो
Dr Manju Saini
सरस्वती पूजा में प्रायश्चित यज्ञ उर्फ़ करेला नीम चढ़ा / MUSAFIR BAITHA
सरस्वती पूजा में प्रायश्चित यज्ञ उर्फ़ करेला नीम चढ़ा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
2975.*पूर्णिका*
2975.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
किस हक से जिंदा हुई
किस हक से जिंदा हुई
कवि दीपक बवेजा
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
बाबा फरीद ! तेरे शहर में हम जबसे आए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
एक समय के बाद
एक समय के बाद
हिमांशु Kulshrestha
आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पक
आपके पास धन इसलिए नहीं बढ़ रहा है क्योंकि आपकी व्यावसायिक पक
Rj Anand Prajapati
गुमराह जिंदगी में अब चाह है किसे
गुमराह जिंदगी में अब चाह है किसे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
पापा की परी
पापा की परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
■ एक मार्मिक तस्वीर पर मेरा एक तात्कालिक शेर :--
■ एक मार्मिक तस्वीर पर मेरा एक तात्कालिक शेर :--
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...