जीवन रंग
*********जीवन रंग*******
************************
जीवन रंग बहुत रंग दिखाता हैं
कभी हँसाता कभी रूलाता हैं
प्यार रंग तो बहुत जज्बाती है
मनुभावों का दरिया बहाता है
संयोग रंग बहुत आनंदविभोर है
अनुराग अनुभूति भाव बढाता है
वियोग रंग बेभाव पीड़ादायक है
तन मन अंग प्रत्यंग तड़फाता है
बंधुत्व रंग भाईचारे का प्रतीक है
अनन्यता एकतान रस बढाता हैं
ईर्ष्या वैर का रंग बहुत बदरंग है
मनमुटाव अलगाव बढाता है
रंगहीन जीवन होता भावहीन है
रंगभरा जीवन रमणीक होता है
रंगों से जीवन हर्षोल्लासित है
खुशियों की फुहारें लाता है
जीवन रंग बहुत रंग दिखाता है
कभी हँसाता कभी रूलाता है
***********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)