जीवन मे कुछ तो है करना
जीवन में कुछ तो है करना
मानव कुछ ऐसा कर डालो
जग में तुम पहचान बना लो
भस्म करो तुम अहम दर्प का
बालक तरह ह्रदय बना लो
बाधाओं से डरो नही तुम
अडिग सदा कर्मों पर रहना
जीवन में कुछ तो है करना
गहन दृष्टि चिंतन करते जा
नया एक इतिहास रचे जा
वाणी मधुर निकालो मुख से
प्रेम से सदाचार किये जा
थकना सदा हार है मन की
तन से सेवा जन की करना
जीवन में कुछ तो है करना
न हार अंत कभी जीवन का
नित खोज करो तुम नव पथ का
सत्य आचरण हो उर संचित
बिन स्वार्थ काम तू कर सबका
होठों पर रख मुस्कान सदा
हर मुश्किल से तुमको लड़ना
जीवन में कुछ तो है करना
जीवन की परिभाषा है ये
संघर्षों की आशा है ये
मत पड़ना कमज़ोर कभी तुम
संघर्ष सदा करते रहना
जीवन में कुछ तो है करना
-अभिनव मिश्र✍️
(शाहजहांपुर)