जीवन में संघर्ष सक्त है।
जीवन में संघर्ष सक्त है।
होते नही हौसला पस्त है ।।
क्षमता बढ़ा ली है हमने इतनी।
भाग्य के साथ, बदल लेते वक्त है।।
– ओमप्रकाश भार्गव , पिपरिया
जीवन में संघर्ष सक्त है।
होते नही हौसला पस्त है ।।
क्षमता बढ़ा ली है हमने इतनी।
भाग्य के साथ, बदल लेते वक्त है।।
– ओमप्रकाश भार्गव , पिपरिया