जीवन में निडरता , बने तोहफा
दिनांक 6/6/19
लेना जोखिम जिन्दगी में
तो बनों निडर हरदम
लडता है सिपाही
सीमा पर
निडरता के साथ
पाता है अवार्ड
शान के साथ
चलो सत्य मार्ग पर हमेशा
जीवन में रहो
निडर बन कर हरदम
निडर हो , गर जीवन में
मिटा सकता नही कोई
हस्ती हमारी
बच्चे बने निडर जीवन में
आऐ उनमें निखार, हरदम
स्वतंत्र देश का है मूलमंत्र
निडर रहे मतदाता हरदम
मजबूत हो लोकतंत्र भारत का
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल