जीवन में जीवन में
पुस्तकों को पढ़ पढ़ कर थक जाएगा जीवन में। बस कामा। कबीर की एक लाइन उतार ले जीवन में। अंदर तेरे सब कुछ बसा हुआ है। एक बार झांक ले जीवन में। मन को समर्पित कर दे गुरु के द्वार पर। मंजिल मिल जाएगी जीवन में। की विचार सुन हो जाएगा जीवन में। कब आत्मा से साक्षात्कार हो जाएगा जीवन में