Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 May 2024 · 1 min read

जीवन भर मर मर जोड़ा

जीवन भर मर मर जोड़ा
और मर मर खूब कमाया
जब लिखी वसीयत अपनी
अपना ही नाम ना आया।

123 Views
Books from Dheerja Sharma
View all

You may also like these posts

जाल ....
जाल ....
sushil sarna
हमने हर रिश्ते को अपना माना
हमने हर रिश्ते को अपना माना
Ayushi Verma
"कुछ खास हुआ"
Lohit Tamta
कोई भी जीत आपको तभी प्राप्त होती है जब आपके मस्तिष्क शरीर और
कोई भी जीत आपको तभी प्राप्त होती है जब आपके मस्तिष्क शरीर और
Rj Anand Prajapati
राम वन गमन हो गया
राम वन गमन हो गया
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
वादा निभाना
वादा निभाना
surenderpal vaidya
होली, नौराते, गणगौर,
होली, नौराते, गणगौर,
*प्रणय*
3340.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3340.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
प्याला।
प्याला।
Kumar Kalhans
"रक्षाबंधन"
Shashi kala vyas
*सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)*
*सब जग में सिरमौर हमारा, तीर्थ अयोध्या धाम (गीत)*
Ravi Prakash
मैं औपचारिक हूं,वास्तविकता नहीं हूं
मैं औपचारिक हूं,वास्तविकता नहीं हूं
Keshav kishor Kumar
का है ?
का है ?
Buddha Prakash
"अपने घर के सबसे बडे़ लडके हैं हम ll
पूर्वार्थ
" सूत्र "
Dr. Kishan tandon kranti
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
मन हमेशा एक यात्रा में रहा
Rituraj shivem verma
#आश्चर्यजनक ! #किंतु, सत्य !
#आश्चर्यजनक ! #किंतु, सत्य !
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
सुनने की कला आपको स्वयं तक पहुंचा सकता है।
सुनने की कला आपको स्वयं तक पहुंचा सकता है।
Ravikesh Jha
बरसों में ना समझे जो
बरसों में ना समझे जो
Chitra Bisht
कभी सोचता हूँ मैं
कभी सोचता हूँ मैं
gurudeenverma198
जीवन एक मृगतृष्णा
जीवन एक मृगतृष्णा
Shyam Sundar Subramanian
कितनी उम्मीदें
कितनी उम्मीदें
Dr fauzia Naseem shad
!मुझको इतना भी न सता ऐ जिंदगी!
!मुझको इतना भी न सता ऐ जिंदगी!
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
गज़ल
गज़ल
Jai Prakash Srivastav
गणित
गणित
Dr. Vaishali Verma
धिक्कार
धिक्कार
Dr. Mulla Adam Ali
मूरत
मूरत
कविता झा ‘गीत’
मन की आंखें
मन की आंखें
Mahender Singh
मंदिर बनगो रे
मंदिर बनगो रे
Sandeep Pande
समझो साँसो में तेरी सिर्फ मैं हूँ बसाँ..!!
समझो साँसो में तेरी सिर्फ मैं हूँ बसाँ..!!
Ravi Betulwala
Loading...