Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Apr 2024 · 1 min read

जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।

जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
ज्यों ही आंखें मूंद लीं,आंसू तक नीलाम
भीड़ तंत्र की भीड़ में, क्यों ढूंढे तू फूल
मुर्दा सब जज़्बात हैं, राम राम हे राम।।

सूर्यकांत

157 Views
Books from Suryakant Dwivedi
View all

You may also like these posts

जय श्री राम
जय श्री राम
Sunita Gupta
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
The Unseen Dawn: A Tribute to Subhas Chandra Bose
Mahesh Ojha
मैं सोचता हूँ उनके लिए
मैं सोचता हूँ उनके लिए
gurudeenverma198
"क्लियोपेट्रा"
Dr. Kishan tandon kranti
गम   तो    है
गम तो है
Anil Mishra Prahari
Sitting in a metro
Sitting in a metro
Jhalak Yadav
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
दिल से दिलदार को मिलते हुए देखे हैं बहुत
Sarfaraz Ahmed Aasee
अपने आप से एक ही बात कहनी है
अपने आप से एक ही बात कहनी है
Rekha khichi
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
Sangeeta Beniwal
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
इस गुज़रते साल में...कितने मनसूबे दबाये बैठे हो...!!
Ravi Betulwala
11) मगर तुम नहीं आते...
11) मगर तुम नहीं आते...
नेहा शर्मा 'नेह'
..
..
*प्रणय*
राष्ट्र की अभिमान हिंदी
राष्ट्र की अभिमान हिंदी
navneet kamal
గురువు కు వందనం.
గురువు కు వందనం.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
द्वापर में मोबाइल होता
द्वापर में मोबाइल होता
rkchaudhary2012
"मन की खुशी "
DrLakshman Jha Parimal
मुखर-मौन
मुखर-मौन
Manju Singh
शीर्षक:गुरु हमारे शुभचिंतक
शीर्षक:गुरु हमारे शुभचिंतक
Harminder Kaur
#करना है, मतदान हमको#
#करना है, मतदान हमको#
Dushyant Kumar
आकाश में
आकाश में
surenderpal vaidya
स्त्री की कहानी
स्त्री की कहानी
अनिल "आदर्श"
मैं अपने बिस्तर पर
मैं अपने बिस्तर पर
Shweta Soni
सवेंदना
सवेंदना
Shankar N aanjna
*बीमारी जो आई है, यह थोड़े दिन की बातें हैं (हिंदी गजल)*
*बीमारी जो आई है, यह थोड़े दिन की बातें हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*नारी हूं मैं*
*नारी हूं मैं*
ABHA PANDEY
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
🙏 * गुरु चरणों की धूल*🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
3239.*पूर्णिका*
3239.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
कुछ मन्नतें पूरी होने तक वफ़ादार रहना ऐ ज़िन्दगी.
पूर्वार्थ
सज़ा
सज़ा
Shally Vij
आज़ादी
आज़ादी
विजय कुमार नामदेव
Loading...