जीवन पथ पर चलते जाना
हर कदम पर सम्हलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना
ठोकर चलना सीखा देता हैं
समय बहुत कुछ दिखा देता है
बालों की सफेदी यूं ही नहीं है
अच्छे बुरे एहसास चखा देता है
सबसे खुशी से मिलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना
ना समुद्र का पानी खारा बनके
ना बेमुरव्वत किनारा बनके
अपनी कोशिश को विराम न दे
चमकना इक दिन सितारा बनके
समय के साथ ढलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना
जी भर के कभी रो लेना चाहिए
मन का मैल धो लेना चाहिए
भोर में उठते उठते जी भर जाये
तो कभी देर तक सो लेना चाहिए
बच्चों के तरह मचलते जाना
जीवन पथ पर चलते जाना।
नूर फातिमा खातून” नूरी”
जनपद -कुशीनगर
उत्तर प्रदेश