जीवन जीने का अधिकार पर्यावरण को भी है मानव को भी है – आनंदश्री
जीवन जीने का अधिकार पर्यावरण को भी है मानव को भी है – आनंदश्री
औद्योगिक क्रांति में जितना पर्यावरण को हानि हुई उसका भुगतान आज की पीढ़ी अब कर रही है। क्या पृथ्वी पर केवल मानव को ही जीने का हक है। पर्यावरण को नही।
आज कोरोना उसी का नतीजा है। प्रकृति के साथ छेड़खानी , उसके साथ दुर्भाव, उसे अनदेखा करना, मनुष्य को महंगा पड़ा।
पर्यावरण को बचाये एक पेड़ जरूर लगाएं।
आप घर मे हो, बाहर हो, शहर में या गांव में .. लेकिन एक पेड़ जरूर लगाएं। यह सभी की जिम्मेदारों है एक पेड़ का पालन पोषण करें।
सिर्फ पेड़ लगाना काफी नही बल्कि उसका प्रसार प्रचार करना भी जरूरी है। नई पीढ़ी को सबसे बेहतरीन तोहफा वह दें जो आपको आपके समय पर्यावरण के स्वरूप में मिला था।
हम सब इकोसिस्टम का हिस्सा है। पर्यावरण है तो हम है। नही तो उसके भुगतान के लिए संपूर्ण मानवजाति को तैयार रहना होगा।
प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
अध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइन्डसेट गुरु
मुम्बई
8007179747