जीवन चुनौती से चुनौती तक
“जीवन – चुनौती से चुनौती तक”
हमारा ये जीवन “एक नई चुनौती हर दिन” के मंतव्य से
आरंभ होकर “हर दिन एक नई चुनौती” गंतव्य तक की
एक अथक अविरल धर्मयात्रा है जिस में “चुनौतियां” ही
एक मात्र सतत, अजर, अनवरत, अनंत एवं परम सत्य हैं
माना, कौन सा दिन अंतिम चुनौती है, अघोषित है अद्याप
पुरुषार्थी, परमार्थी व्यक्तिमत्व जीवन के यथार्थ कर्तव्य हैं
ये स्वीकारोक्ति मुक्त करती है हमें चुनौतियों के भय से
ताकि जीवन को जीवंतता से जी कर पाएं जो भवितव्य है
~ नितिन जोधपुरी “छीण”