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31 Mar 2024 · 1 min read

जीवन को पैगाम समझना पड़ता है

जीवन को पैगाम समझना पड़ता है
मदहोशी को जाम समझना पड़ता है

मंजिल को अपनी पाने की खातिर
मेहनत को भगवान समझना पड़ता है

✍️𝐃𝐞𝐞𝐩𝐚𝐤 𝐬𝐚𝐫𝐚𝐥☑️

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