जीवन के पहलू
नदियों में, खूब बाढ़ भी आती है
लेकिन वह दरिया फिर, शांत भी तो हो जाती है ।
आस्मान में आँधी तूफान भी आता है
लेकिन फिर मौसम वह शांत भी तो हो जाता है |
सुख समृद्धि भी आती है
दुख व्यथा भी आती है |
रातों का अंधियारा छाता है
पर सूरज भी तो खिल जाता है |
यह कहानी है एक,
कुछ पन्ने ठहाके दिलाएंगे ,
अगले ही पल क्या पता आंसू आ जायेंगे |
हाँ संघर्ष है यह , कुछ सरल नहीं है
जीवन है तुम्हारा, कोई खेल नहीं है |
जिंदगी के रास्ते, तुम्हें अकेले ही जाना है
लोग थामेंगे हाथ मगर, एक दिन साथ छूट ही जाना है |
मंजिल तक अपनी तुम पहुंच जाना,
बहुत कुछ सहोगे पर
संघर्ष से मुंह मोड़ मत आना |
एक ही जीवन है
एक ही मौका है |
मनुष्य बन जन्मे हो तुम
यह सबके भाग्य में नहीं होता है |
मनुष्यता का पाठ तुम्हें, किसी और को पढ़ाना ना पड़े
तुम्हारे कारण किसी को कष्ट कभी उठाना ना पड़े|
जीवन को जिसने ढंग से पहचाना है,
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं, यह उसने माना है |