जीवन की सच्चाईयां -आर के रस्तोगी
प्यार के पत्ते जब झड़ जाते है,पतझड़ आ जाता है जीवन में
शरीर के अंग जब थक जाते है,बुढ़ापा आ जाता है जीवन में
ह्रदय तोड़ दे जब कोई तुम्हारा,नीरसता आ जाती है जीवन में
पास न हो जब प्रियतम तुम्हारा,विरहता आ जाती है जीवन में
मिलन हो जाये जब दो दिलो का,खुशियां आ जाती है जीवन में
अपना ही जब कोई धोखा दे जाये,ग्लानि आ जाती है जीवन में
अपने ही जब तिरस्कार करे तुम्हारा,निराशा आ जाती है जीवन में
मन जब मिल जाये किसी से तुम्हारा,आशा आ जाती है जीवन में
राम का नाम जब जपने लगो तुम,भक्ति आ जाती है जीवन में
देने लगे जब कोई सहारा तुमको,शक्ति आ जाती है जीवन में
इच्छाये जब पूरी हो जाये तुम्हारी,विरक्ती आ जाती है जीवन में
उन्नति के पथ पर जब बढने लगो,जाग्रति आ जाती है जीवन में
मन का मीत का मिल जाये तुमको,खुशिया आ जाती है जीवन में
मन का मीत जब बिछड़ जाये तुमसे,सब बदल जाता है जीवन में
संतोष धन जब मिल जाये तुमको,शान्ति आ जाती है जीवन में
अन्याय करे जब कोई साथ तुम्हारे,क्रान्ति आ जाती है जीवन में
आर के रस्तोगी
मो 9971006425