जीवन की विफलता
जीवन की विफलता बनती है सफलता ।
योग्यता के साथ अनुभव अगर होता है ।।
जिसका स्वभाव शान्त- सरल होता है।
उसके व्यक्तित्व का प्रभाव अमिट होता है।।
मन में तब असंतोष मुखर होता है।
कार्य जब कोई इच्छा के विरुद्ध होता है।।
निःस्वार्थ शब्द में भी स्वार्थ छिपा होता है।
वासना हो जिसमें वो प्रेम कहां होता है।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद