*जीवन का सार यही जानो, कल एक अधूरा सपना है (राधेश्यामी छंद )
जीवन का सार यही जानो, कल एक अधूरा सपना है (राधेश्यामी छंद )
_______________________
जीवन का सार यही जानो, कल एक अधूरा सपना है
वह जो क्षण आज जिया हमने, वह वर्तमान बस अपना है
जो कदम बढ़ा कर्मठता से, फल उसका अच्छा आता है
जो वर्तमान में जीता है, वह जीवन सफल बनाता है
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451