जीवन का सफ़र
अनोखा हैं अनोखा जीवन का सफ़र।
अजीब रास्तों से हैं चला
नए मुकामों का चला है यहां पता
विश्वास के डगर का हैं सफ़र
लगे किसी को आफ़त की पुड़िया
तो किसी को मौकों का नगर
लेकर सहारा मेहनत का ये चला
दिन रात संघर्षों की राह में
मुश्कुराना भी सीखना हैं यहां
परवाह की पनाह छोड़कर यहां
मोड़ पर हो धीमा और
सीधी राह पर तेज़ भागे ये सफर
रिश्तों का उपहार लेकर चला है
ये खुशियों का तौव्हार मनाने
परिवर्तनशील को आगे हैं करें
स्थिर लोगों को असफल हैं ये करें
आंधियों से हैं ये भरा
मुश्किलों का भयानक साया हैं खड़ा
चट्टान सा हौसला तो तू रख
की तेरी मिसाले हों आज कल।