जीवन का भी अजब दस्तूर है!
जीवन का भी अजब दस्तूर है ,
जो कमजोर है उसी का कसूर है।
लेकिन ईश्वर को सबका ध्यान है,
उसकी नज़र में हर कोई समान है ।
समय का चक्का चलता रहता है,
वक्त सभी का बदलता रहता है।
आज जो खुश हैं औरों की कमी पर,
वक्त उनको भी लाएगा कभी जमीं पर।
हंसना किसी के अभाओं पर,
फलता नही जीवन की राहों पर।
हम सब को उसने ही बनाया है,
गुण-दोषों से सबको ही सजाया है।
हाय किसी की जो लग जाएगी,
सुख समृद्धि सब पल में जाएगी।
जो आज बेबस हैं सबल हो जायेंगे,
कामियो को जीत प्रबल हो जायेंगे।
काल के चक्र से भला कौन बच पाया,
इसने अच्छे अच्छों को नाच नचाया।
जिनको वहम था की खुदा हो गए,
आज देखो खुद से भी जुदा हो गए।