“जीवन एक दर्पण हो”
“जीवन एक दर्पण हो”
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हर जीवन , एक दर्पण हो।
सबके दिल में समर्पण हो।
मानव की हो, सच्ची नीति;
देशहित में, सब अर्पण हो।
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स्वरचित सह मौलिक;
……✍️पंकज कर्ण
……….कटिहार।।।
“जीवन एक दर्पण हो”
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हर जीवन , एक दर्पण हो।
सबके दिल में समर्पण हो।
मानव की हो, सच्ची नीति;
देशहित में, सब अर्पण हो।
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स्वरचित सह मौलिक;
……✍️पंकज कर्ण
……….कटिहार।।।