Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2020 · 1 min read

जीवन एक गूंज है

एक छोटा बच्चा अपनी मां से नाराज होकर चिल्लाने लगा, “मै तुमसे नफरत करता हूं । उसके बाद वह फटकारे जाने के डर से घर से भाग गया । वह पहाङियो के पास जाकर चीख़ने लगा, “मै तुमसे नफरत करता हूं, मै तुमसे नफरत करता हूं । और वही आवाज गूंजी,” मै तुमसे नफरत करता हूं ,मै तुमसे नफरत करता हूं ।”उसने जिंदगी मे पहली बार कोई गूंज सुनी थी । वह डर कर बचाव के लिए अपनी मां के पास भागा, और बोला घाटी मे एक बुरा बच्चा है जो चिल्लाता है, “मै तुमसे नफरत करता हूं, मै तुमसे नफरत करता हूं । उसकी मां सारी बात समझ गई,और उसने बेटे से कहा कि वह पहाड़ी पर जा फिर से चिल्ला कर कहे, “मै तुम्हे प्यार करता हूँ ,मै तुम्हे प्यार करता हूं । छोटा बच्चा वहां गया और चिल्लाया, “मै तुम्हे प्यार करता हूं, मै तुम्हे प्यार करता हूं “और वही आवाज गूंजी ।इस घटना से बच्चे को एक सीख मिली कि प्रकृति हमे वही चीज देती है जो हम उसे देते है । हमारा जीवन गूंज की तरह है । हमे वही वापस मिलता है, जो हम देते है ।

Rj Anand Prajapati

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 4 Comments · 318 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मेरा भूत
मेरा भूत
हिमांशु Kulshrestha
मन बड़ा घबराता है
मन बड़ा घबराता है
Harminder Kaur
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
वक्त तुम्हारा साथ न दे तो पीछे कदम हटाना ना
VINOD CHAUHAN
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ज़हर क्यों पी लिया
ज़हर क्यों पी लिया
Surinder blackpen
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Shyam Sundar Subramanian
भेड़ चालों का रटन हुआ
भेड़ चालों का रटन हुआ
Vishnu Prasad 'panchotiya'
शिवा कहे,
शिवा कहे, "शिव" की वाणी, जन, दुनिया थर्राए।
SPK Sachin Lodhi
पढ़िए ! पुस्तक : कब तक मारे जाओगे पर चर्चित साहित्यकार श्री सूरजपाल चौहान जी के विचार।
पढ़िए ! पुस्तक : कब तक मारे जाओगे पर चर्चित साहित्यकार श्री सूरजपाल चौहान जी के विचार।
Dr. Narendra Valmiki
#एकताको_अंकगणित
#एकताको_अंकगणित
NEWS AROUND (SAPTARI,PHAKIRA, NEPAL)
खोज करो तुम मन के अंदर
खोज करो तुम मन के अंदर
Buddha Prakash
कुछ लोग अच्छे होते है,
कुछ लोग अच्छे होते है,
Umender kumar
फेसबुक की बनिया–बुद्धि / मुसाफ़िर बैठा
फेसबुक की बनिया–बुद्धि / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
गंणपति
गंणपति
Anil chobisa
उल्लास
उल्लास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
"वर्तमान"
Dr. Kishan tandon kranti
2907.*पूर्णिका*
2907.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
एक पल सुकुन की गहराई
एक पल सुकुन की गहराई
Pratibha Pandey
किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर
किसी के साथ दोस्ती करना और दोस्ती को निभाना, किसी से मुस्कुर
Anand Kumar
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
कर्म भाव उत्तम रखो,करो ईश का ध्यान।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
शाम
शाम
Neeraj Agarwal
लड़की
लड़की
Dr. Pradeep Kumar Sharma
बैठे-बैठे यूहीं ख्याल आ गया,
बैठे-बैठे यूहीं ख्याल आ गया,
Sonam Pundir
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
*अपना है यह रामपुर, गुणी-जनों की खान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
चलते-फिरते लिखी गई है,ग़ज़ल
Shweta Soni
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
■ जितनी जल्दी समझ लो उतना बढ़िया।
■ जितनी जल्दी समझ लो उतना बढ़िया।
*Author प्रणय प्रभात*
प्रार्थना
प्रार्थना
Dr Archana Gupta
मेरा प्रदेश
मेरा प्रदेश
Er. Sanjay Shrivastava
देर तक मैंने आईना देखा
देर तक मैंने आईना देखा
Dr fauzia Naseem shad
Loading...