Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Feb 2024 · 1 min read

*जीवन्त*

Dr Arun Kumar shastri
जीवन्त
तकलीफ़ होती होगी न
उसको जब कोई
किसी पर थोप देता है
हुकूमत अपनी।
हर किसी को चाहिए
अपनी अपनी वसीयत।
मैं कहां खिलाफ़ हूं
आपकी स्वतंत्रता के लिए।
पर मेरी सखी कृपया
हमें भी तो हक है ना
रहें हम भी जीवन्त

288 Views
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

सूरज मुझे जगाता, चांद मुझे सुलाता
सूरज मुझे जगाता, चांद मुझे सुलाता
Sarla Mehta
विदाई समारोह पर ...
विदाई समारोह पर ...
SURYA PRAKASH SHARMA
लम्बी लम्बी श्वासें
लम्बी लम्बी श्वासें
Minal Aggarwal
अमन-राष्ट्र
अमन-राष्ट्र
राजेश बन्छोर
नास्तिक सदा ही रहना...
नास्तिक सदा ही रहना...
मनोज कर्ण
सपने
सपने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
23/05.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
23/05.छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गीत- उड़ाओ प्यार के बादल...
गीत- उड़ाओ प्यार के बादल...
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरा आशियाना
मेरा आशियाना
Ritu Asooja
परिणति
परिणति
Shyam Sundar Subramanian
Dad's Tales of Yore
Dad's Tales of Yore
Natasha Stephen
कविता :- दुःख तो बहुत है मगर.. (विश्व कप क्रिकेट में पराजय पर)
कविता :- दुःख तो बहुत है मगर.. (विश्व कप क्रिकेट में पराजय पर)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
पुनीत /लीला (गोपी) / गुपाल छंद (सउदाहरण)
Subhash Singhai
🙏आप सभी को सपरिवार
🙏आप सभी को सपरिवार
Neelam Sharma
मन मेरा दर्पण
मन मेरा दर्पण
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
"तुम नूतन इतिहास लिखो "
DrLakshman Jha Parimal
" वफादार "
Dr. Kishan tandon kranti
मन नही है और वक्त भी नही है
मन नही है और वक्त भी नही है
पूर्वार्थ
जंग अभी भी जारी है
जंग अभी भी जारी है
Kirtika Namdev
साक्षात्कार एक स्वास्थ्य मंत्री से [ व्यंग्य ]
साक्षात्कार एक स्वास्थ्य मंत्री से [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
चाहे किसी के साथ रहे तू , फिर भी मेरी याद आयेगी
gurudeenverma198
कुंडलियां
कुंडलियां
seema sharma
सुख दुख जीवन का संगम हैं
सुख दुख जीवन का संगम हैं
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
रिश्तों की आड़ में
रिश्तों की आड़ में
Chitra Bisht
मुक्तक
मुक्तक
sushil sarna
विश्वास
विश्वास
ललकार भारद्वाज
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
■ सतनाम वाहे गुरु सतनाम जी।।
*प्रणय*
पंक्तियाँ
पंक्तियाँ
प्रभाकर मिश्र
अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस
अन्तर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस
Bodhisatva kastooriya
"हिंदी"
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
Loading...