जीने का तू सबको वर दे —— गीत
***क्षमा याचना गीत***
क्या है ईश्वर
तेरी मर्जी।
द्वार खड़े हम
लेकर अर्जी।।
कब तक लेगा,
सबकी परीक्षा,
मांग रहे है,
जीवन रक्षा।।
रोग दूर यह,
अब तो कर दे।
जीने का,
तू सबको वर दे।।
मानव है,
अपराध किया हो।
भूल चूक से
किसी को ,
कष्ट दिया हो।।
गलती सारी,
माफ़ तू कर दे।
जीने का,
तू सबको वर दे।।
माना कि,
हे कच्चे हम।
पर है तो,
बच्चे तेरे हम।
काम करेंगे,
सच्चे अब हम।।
हाथ दया का,
सिर पर धर दे।
जीने का,
तू सबको वर दे।।
राजेश व्यास अनुनय