जीना शुरू कर दो
इससे पहले कि हम बहुत बूढ़े हो जाये,
हमे जीना शुरू कर देना चाहिए,
डरना मूर्खता है और पछताना भी।
घर से मस्जिद बड़ी दूर चलो यूँ कर ले,
किसीं रोते हुए बच्चे को हँसाया जाए।
खुशी रेडीमेड नही मिलती,यह आपको
आपके किये गए कार्यो से मिलती है।
जीवन का अंत ही अंतिम सत्य है,
लेकिन ये कतई सत्य नही है कि हम
जीवन को खत्म होने के पहले ही जीना छोड़ दे
आँख का कोण बदलते ही नजरिया बदलता है,
नजरिया बदलते ही व्यबहार बदलता है।
व्यबहार ही तय करता है कि
आप विजेता बनते है या
फिर खाली हाथ रहते है।
सवाल दरअसल जिंदगी मे अलग अलग
रूपो में आने वाली समस्याएं है
जिन्हें आप किस नजर से देखते है।
कैसे हैंडल करते है।
दूसरे के नजरिये को समझनाआपके लिए
सेहतमंद और फायदे मन्द होता है।
आपकी सफलता का85 प्रतिशत ही
आपकी तकनीकी झमता पर निर्भर करता है।
15 फीसदी आपकी सफलता आपके नजरिये
और व्यवहार पर निर्भर करती है।।