जीना वही
सही मायने मे जीना वही है जो दूसरे के काम आऐ
ओर मरना वो है जो तिरंगे मे लिपट घर हम आऐ
इस दुनिया मे बहुतो की पशुओ सी जीवनचर्या है
जीवन जीयो ऐसा कहावतो मे आपका नाम आऐ
मै जीवन मे परेशानियो से पीछा छुड़ावाता रहा
मेरा अक्स समझाता रहा तकलीफ हरदम आऐ
हम अपने शहर से उसके शहर तक भी आ पहुंचे
अब कुछ फासला तो वो भी चलकर हमदम आऐ
ये जोश नश नश मे रहे कायम हर पल ही हमारे
शान ए वतन को बढाने हम आगे हर कदम आऐ
वंदे मातरम् जय हिंद
मोहन बाम्णिया