जीत
**********जीत (कुंडलियां) ***********
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जिंदगी मे सदा मिले , हार के बाद जीत।
हिय में मत चिंता करो , सुन लो मेरे मीत।।
मन से हों सब काम, मन हताश से कुछ नहीं।
प्रभु का गर हो हाथ,कुछ भी न हो कभी कहीं।।
मिल जाएगी राह , खुदा की करो बंदगी।
पूरी होगी चाह , हसीन होगी जिंदगी।।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)