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17 Aug 2023 · 1 min read

जीत

चाहता है पूरा जहां जीतने को,
पर खुद को जीत ना पाता है
इन्द्रिय सुख मे बंधा हुआ
तू मन को जीत ना पाता है
हे मानव! तू किसको मूर्ख बनाता है?

Language: Hindi
261 Views

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