Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jun 2024 · 1 min read

जीत हार का देख लो, बदला आज प्रकार।

जीत हार का देख लो, बदला आज प्रकार।
जीत मौन बैठी मगर, शोर मचाती हार।।

✍️अरविन्द त्रिवेदी

88 Views
Books from Arvind trivedi
View all

You may also like these posts

ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
Dr. Alpana Suhasini
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
विवाह समारोहों में सूक्ष्मता से की गई रिसर्च का रिज़ल्ट*
Rituraj shivem verma
क्षणिकाए - व्यंग्य
क्षणिकाए - व्यंग्य
Sandeep Pande
जियो तुम #जिंदगी अपनी
जियो तुम #जिंदगी अपनी
MEENU SHARMA
"जिन्दगी में"
Dr. Kishan tandon kranti
जो तू नहीं है
जो तू नहीं है
हिमांशु Kulshrestha
*Move On...*
*Move On...*
Veneeta Narula
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
Sonam Puneet Dubey
..
..
*प्रणय*
दिल बचपन
दिल बचपन
Ashwini sharma
तेरा राम
तेरा राम
seema sharma
9) “जीवन एक सफ़र”
9) “जीवन एक सफ़र”
Sapna Arora
डर - कहानी
डर - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
The moon you desire to see everyday,  maybe I can't be that
The moon you desire to see everyday, maybe I can't be that
Chaahat
शापित रावण (लघुकथा)
शापित रावण (लघुकथा)
Indu Singh
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
*अंतःकरण- ईश्वर की वाणी : एक चिंतन*
नवल किशोर सिंह
Ice
Ice
Santosh kumar Miri
2845.*पूर्णिका*
2845.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चल विजय पथ
चल विजय पथ
Satish Srijan
जन्मोत्सव अंजनि के लाल का
जन्मोत्सव अंजनि के लाल का
ललकार भारद्वाज
*प्यार तो होगा*
*प्यार तो होगा*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
रिश्तों की बेशक न हो, लम्बी-खड़ी कतार
रिश्तों की बेशक न हो, लम्बी-खड़ी कतार
RAMESH SHARMA
केवल पंखों से कभी,
केवल पंखों से कभी,
sushil sarna
यथार्थ
यथार्थ
इंजी. संजय श्रीवास्तव
रुखसत (ग़ज़ल)
रुखसत (ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
होते फलित यदि शाप प्यारे
होते फलित यदि शाप प्यारे
Suryakant Dwivedi
*An Awakening*
*An Awakening*
Poonam Matia
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
दुआर तोहर
दुआर तोहर
श्रीहर्ष आचार्य
यूँ दर्दो तड़प लिए सीने में
यूँ दर्दो तड़प लिए सीने में
Mahesh Tiwari 'Ayan'
Loading...