जीतेंगे हम एक दिन
सब थम चुका,
रुक गई हलचल ।
साँसों को बचाने,
लड़ रहे पलपल ।।
कितना समझा रहे,
फिर भी माने न लोग ।
मोहल्ले में आ गया,
फिर भी जाने न रोग ।।
सुबह से रात तक,
झूझ रहे वीर अनेक ।
जीतेंगे हम एक दिन,
विश्वास हमारा नेक ।।
संकट आते जाते,
हम पथ पर बढ़ते जाएंगे ।
आशा लेकर चलते,
सुख के दिन आएंगे ।।
भौर सुहावनी आएगी,
लेकर खुशियों की हलचल ।
परचम फिर लहराएगा,
मुस्कुराहट होगी पल पल ।।