Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2018 · 1 min read

जीतने वाले की हार

केवल अहंकार
ही ऐसी दौड़ है

जहाँ जीतने वाला
हार जाता है।

Language: Hindi
306 Views

You may also like these posts

ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
ग़ज़ल _ क्या हुआ मुस्कुराने लगे हम ।
Neelofar Khan
माँ - बेटी
माँ - बेटी
Savitri Dhayal
आप जिंदगी का वो पल हो,
आप जिंदगी का वो पल हो,
Kanchan Alok Malu
मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
महज सुकरात का डर है
महज सुकरात का डर है
Manoj Shrivastava
प्रलोभन
प्रलोभन
Rajesh Kumar Kaurav
"खतरनाक"
Dr. Kishan tandon kranti
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
शरीर जल गया, मिट्टी में मिल गया
Sonam Puneet Dubey
तुम जो हमको छोड़ चले,
तुम जो हमको छोड़ चले,
कृष्णकांत गुर्जर
*लक्ष्मीबाई वीरता, साहस का था नाम(कुंडलिया)*
*लक्ष्मीबाई वीरता, साहस का था नाम(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
एकतरफा प्यार
एकतरफा प्यार
Shekhar Chandra Mitra
दिल की बातें
दिल की बातें
Ritu Asooja
Weekend
Weekend
DR ARUN KUMAR SHASTRI
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*प्रणय*
मां तौ मां हैं 💓
मां तौ मां हैं 💓
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
हर एक मन्जर पे नजर रखते है..
डॉ. दीपक बवेजा
ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी,
ग़ज़ल - वो पल्लू गिराकर चले थे कभी,
डी. के. निवातिया
जिंदगी     बेहया     हो    गई।
जिंदगी बेहया हो गई।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जय श्री राम
जय श्री राम
Indu Singh
नवसंकल्प
नवसंकल्प
Shyam Sundar Subramanian
उपकार हैं हज़ार
उपकार हैं हज़ार
Kaviraag
मिलकर सृजन के गीत गाएं...
मिलकर सृजन के गीत गाएं...
TAMANNA BILASPURI
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
जिम्मेदारी कौन तय करेगा
Mahender Singh
कवि को क्या लेना देना है !
कवि को क्या लेना देना है !
Ramswaroop Dinkar
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
संवेदना का सौंदर्य छटा 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#हम_तुम❣️
#हम_तुम❣️
Rituraj shivem verma
राह मुझको दिखाना, गर गलत कदम हो मेरा
राह मुझको दिखाना, गर गलत कदम हो मेरा
gurudeenverma198
घर :
घर :
sushil sarna
अपना जख्म
अपना जख्म
Dr.sima
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
आधुनिक टंट्या कहूं या आधुनिक बिरसा कहूं,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
Loading...