जीतने के लिए हारना जरूरी हैं।
जीतने के लिए हारना तो पड़ेगा
सफ़लता – आज दुनिया में सब सफल होना चाहते है ,लेकिन असफल होना कोई नहीं चाहता है। क्योकि हमे बचपन हमारे से सिखाया गया की जीत ही सब कुछ होती है हमारे लिए जैसे हर सुबह जागना जरुरी है ठीक वैसे ही हर सुबह सफल होना जरुरी है। ये सफलता -सफलता के पीछे भागते भागते हम अपने असफल होने के वजूद को खोते जा रहे है। क्या बिना असफल हुए बिना सफलता प्प्राप्त करना मुमकिन है ? शायद कुछ का जवाब होगा हा और कुछ का नहीं। जो बिना असफलता के सफलता प्राप्त करता उसका अनुभव ,उम्मीद और उत्साह उसी सफलता तक सीमित रहती है। लेकिन जो असफलता के कई चरण से गुजरता है उसके पास अनुभवों का एक बड़ा सागर होता है , उम्मीदों का आकाश होता है और उत्साह ज्वालामुखी होता है। एक बार में ही सफलता को प्राप्त करने वाला लक ने साथ दिया कहलाता है और कई बार असफल होने के बाद सफलता को पाने वाला कठोर प्रयास करने वाला कहलाता है। तो हम क्यों भागे इस इस सफलता के पीछे ? हमे तो कुछ बार औऱ असफल होना है। हमे असफल होकर घर वालो का एक बार और प्रयास कर बेटा सुनना है , रिश्तेदारों के ताने सुनना है , दोस्तों के साथ कुछ प्रश्नो के बारे में चर्चा करनी है , अकेले में रोना है , रोते हुए आसमां देखना ,आशुओ के बूंदो को पीकर उनको टेस्ट करना है। कभी चंद पैसो के वजह से फॉर्म न भर पाना देखना है ,कभी एग्जाम देने निकले तो लगाने वाली भूख देखनी है , खुले आसमा ,खुली सड़को पर सोना है। असफल होने के बाद हमे पुरानी किताबे देखनी है , अपने हाथो के लिखे नोट्स देखने है , पैदल सफर देखना है , टूटी हुई-फटी हुई किताबे देखनी है। पुराने दोस्तों से मिलना है , गम को साथ मिलकर बाटना है , माँ के हाथो से बना सुबह का खाना खाना है , पिता जी के गालियाँ सुननी है , शिक्षको के डांट सुननी है। और कॉलेज वाला प्यार देखना है , कोचिंग में लंच लाकर खिलाने वाली का प्यार देखना है , जिन्दगी कटती पतंगों कों देखना है, एक एक नंबर रुकने वाला सेलेक्शन देखना हैं, हताशा, निराशा ये सब देखनी है । और इन सब के बीच हमारा मुस्कुराते रहना , कम बोलना, ये सब एक बार में सफलता प्राप्त करने वालो को कहा देखने कों मिलती है । कई बार की असफलता के बाद पाई गई सफलता अपना अलग ही मज़ा रहता है ,अपना अलग ही अंदाज रहता है। असफलता की भीड़ से निकल कर सफलता पाने अपना अलग ही रसपान रहता है। असफलता के बाद सफलता प्राप्त करना दुनिया को एक सीख देता है ,समाज को आईना दिखाता है ,असफल व्यक्ति कि सफ़लता पर चर्चायें होतीं हैं! हम उदाहरण दिए जाते है , लोग हमे फॉलो करते है। बार-बार असफल होनें वाला व्यक्ति एक दिन सफलता के सर्वोच्च सिखर पर पहुँचता है। वो शून्य कों अनंत में बदल देता है । याद रहें एक बार में हीं सफ़ल होनें वालें व्यक्ति नाम लिखा जाता है औऱ बार असफल होनें के बाद सफ़ल होनें वालें का इतिहास लिखा जाता है । जिन्दगी में कई बार असफल होना जरूरी है ।
लव यू माँ।
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विचारक- विकास सैनी
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