Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
अनिल कुमार निश्छल
4 Followers
Follow
Report this post
27 Aug 2023 · 1 min read
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
जीतना अच्छा है,पर अपनों से हारने में ही मज़ा है।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
329 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
Sanjay ' शून्य'
।।
*प्रणय*
और कितना मुझे ज़िंदगी
Shweta Soni
*समय की रेत ने पद-चिन्ह, कब किसके टिकाए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
IPL के दौरान हार्दिक पांड्या को बुरा भला कहने वाले आज HERO ब
पूर्वार्थ
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
inner voice!
कविता झा ‘गीत’
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहो कैसे वहाँ हो तुम
gurudeenverma198
4339.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
"YOU ARE GOOD" से शुरू हुई मोहब्बत "YOU
nagarsumit326
चिला रोटी
Lakhan Yadav
जताने लगते हो
Pratibha Pandey
अब तुझे रोने न दूँगा।
Anil Mishra Prahari
याद करने पर याद करता है ,
Dr fauzia Naseem shad
हमारा हाल अब उस तौलिए की तरह है बिल्कुल
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ये इश्क भी जुनून हैं,मुकाम पाने का ।
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
Priyank Upadhyay
*बस एक बार*
Shashi kala vyas
"कलम"
Dr. Kishan tandon kranti
निर्मोही से लगाव का
Chitra Bisht
समस्या विकट नहीं है लेकिन
Sonam Puneet Dubey
मुक्तक
नूरफातिमा खातून नूरी
औरतें
Neelam Sharma
दुनिया से सीखा
Surinder blackpen
बोट डालणा फरज निभाणा -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
आया जो नूर हुस्न पे
हिमांशु Kulshrestha
कुछ पल
Mahender Singh
Loading...