जीतकर ही मानेंगे
अभी तक किया औरों के लिए
अब खुद के लिए काम करेंगे
धैर्य और मेहनत के हथियार से
लड़ेंगे अब, हार नहीं मानेंगे
लड़ना है अपनी कमियों से
उन्हें खत्म करके ही दम लेना है
रखकर अपना हौसला बुलंद
धीरे धीरे हमें आगे बढ़ना है
लड़ना है हमें आगे बढ़ने के लिए
किसी को हराने के लिए नहीं
संघर्ष करना है गरीबी हटाने के लिए
केवल दिखाने के लिए नहीं
मेहनत करते हैं हम बहुत
फिर भी गरीबी साथ छोड़ती नहीं
जीती है खुद्दारी से हमेशा ये
गरीब जनता किसी के हाथ जोड़ती नहीं
छोटा सा घर, घर में खाना
और पहनने को कपड़े यही तो चाहिए हमें
जरूरतें ज़्यादा नहीं है हमारी
शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा ही तो चाहिए हमें
समय आ गया है अब हमको भी
हमारी मेहनत का फल भी मिलना चाहिए
ऊंचे ऊंचे गगनचुंबी भवन बनाते हैं हम
अब हमें भी एक छोटा सा घर मिलना चाहिए
सम्मान और खुशी से रह पाएं सभी
जीवन को हंसते खेलते जी पाएं सभी
इसी के लिए संघर्ष है अब हमारा
हर रोज़, भर पेट भोजन खा पाएं सभी
कदम मिलाकर चलेंगे हम
दुख दर्द एक दूसरे का बांटेंगे
अब हम और नहीं सहेंगे
लड़ेंगे अब, जीतकर ही मानेंगे।